नया उत्साह, नयी उमंग
नया उत्साह, नयी उमंग कौंधी जैसे नयी तरंग नयी बहार, नया मौसम नयी सुबह, नयी सुगंध जैसे छाया बादल में इन्द्रधनुष कोई सतरंग नया उत्साह, नयी उमंग कौंधी जैसे नयी तरंग खिले बगीचे, खिला चमन कर दें जैसे मन प्रसन्न संवेदनाओं ने ले लिया जैसे कोई पुनर्जन्म नया उत्साह, नयी उमंग कौंधी जैसे नयी तरंग नहीं धरा पर अब कदम उड़े ह्रदय ये गगन गगन छोड़ उदासी आजा संग बंधन सारे कर दे भंग दे विचारों को उड़ान जैसे पी ले कोई भांग नया उत्साह, नयी उमंग कौंधी जैसे नयी तरंग हवा में बिखरी नयी सुगंध सपनों को मानों लग गये पँख नया उत्साह, नयी उमंग कौंधी जैसे, नयी तरंग एक नया उत्साह ,एक नयी उमंग कौंधी जैसे, नयी तरंग